समस्तीपुर रेलवे स्टेशन से लेकर कॉलोनी तक प्रतिदिन हजारों लीटर पानी की है।यह है कि प्रत्येक दिन संबंधित विभाग के अधिकारी से लेकर कभी इसे देखने भी लेकिन पानी की बर्बादी रोकने का कोई प्रयास नहीं कर रहे हैं। इसकी वजह से हजारों लीटर पानी सड़क व नाले में कह कर चला जाता है। इसे लगातार पानी बहने के कारण जहां गार्ड में जगह-जगह का लग चुका है वहीं फोन की सड़क पर जलजमाव रहता है। यह स्थिति र रेल मंडल मुख्य समस्तीपुर जंक्शन की है।
समस्तीपुर जंक्शन पर एक से सात तक प्लेटफार्म है। इन प्लेटफार्म के सामने या फिर वार्ड में लगभग दर्जन भर से अधिक जगह जलापूर्ति की है। इनकी मदद से स्टेशन पर आने वाली ट्रेनों में पानी भरा जाता है। प्रत्येक दिन कमी काम का करते है। कभी आते हैं लेकिन मरम्मत नहीं हो पाता है। जिसके कारण प्रत्येक दिन हजारों लीटर पाती नाले में बह जाता है। इसके कारण यार्ड में भी जगह जगह कार्ड लगा है।इसके पावन के लिकेज वाले स्थानों पर हमेशा पानी गिरते रहने से कार्ड लग गया है।
दैनिक यात्री आदित्य कुमार ने बताया कि काफी दिनों से मार्ड में जगह जगह पाइप लिकेज होता है। जिसके पानी निकलता है। जल की बर्बादी को लेकर रेलवे को ठोस निर्णय लेने की जरूरत है।
कॉलोनी में भी क्षतिग्रस्त हुए पाइप
वाटर पंप से कॉलोनी में पाइप की मदद से जलापूर्ति की जाती है। लेकिन यह पाइप भी कई स्थानों पर लिकेज है। जिसके कारण पानी निकलता रहता है। इदा रेलवे स्टेडियम रोड में पाइप के लिकेज होने के कारण मोटर पंप चालू होते ही पानी की फव्वारे की तरह बाहर निकलने लगती है। जिसके कारण सड़क पर जलजमाव की समस्या है। पानी लगने से सड़क भी क्षतिग्रस्त हो रहा है। कई रेल कर्मियों ने बताया कि कमावेश सभी कॉलोनी की यही स्थिति है।पवारपुर, अटेरन चौक सहित अन्य कॉलोनी में भी कई स्थानों पर पाइप लिकेज है। जिसके कारण पानी नाले में या फिर सड़क पर बहता है।