उसी ने आग लगाई है सारी बस्ती में
उसी ने आग लगाई है सारी बस्ती में, वहीं ये पूछ रहा है कि माजरा क्या है।
आग लगाकर भाग गया, अब हैरान है कि कौन बचाएगा।
आग ने पूरी बस्ती को जला दिया, लेकिन वह अभी भी हैरान है कि माजरा क्या है।
अर्थ
यह कविता एक व्यंग्यात्मक कविता है। यह कविता एक ऐसी स्थिति का चित्रण करती है जिसमें एक व्यक्ति स्वयं समस्या का कारण बनता है, लेकिन फिर भी उसे हल करने के लिए दूसरों की मदद मांगता है।
कविता का पहला शेर इस स्थिति का परिचय देता है। कवि कहता है कि उसी व्यक्ति ने आग लगाई है जिसने सारी बस्ती को जलाया है। यहाँ “उसी” शब्द का प्रयोग उस व्यक्ति के लिए किया गया है जो आग का कारण बना है। कवि यह बताता है कि यह व्यक्ति स्वयं आग लगाने वाला है, लेकिन फिर भी वह यह जानने के लिए उत्सुक है कि माजरा क्या है।
कविता का दूसरा शेर इस स्थिति की व्यंग्यात्मकता को उजागर करता है। कवि कहता है कि वह व्यक्ति आग लगाकर भाग गया है, लेकिन वह अब यह जानने के लिए उत्सुक है कि माजरा क्या है। यहाँ कवि इस व्यक्ति की मूर्खता और स्वार्थ को उजागर करता है। वह बताता है कि यह व्यक्ति आग लगाकर भाग गया है, लेकिन अब वह यह जानने के लिए उत्सुक है कि उसे कौन बचाएगा।
कविता का अंतिम शेर इस स्थिति की त्रासदी को दर्शाता है। कवि कहता है कि आग ने पूरी बस्ती को जला दिया है, लेकिन वह व्यक्ति अभी भी यह जानने के लिए उत्सुक है कि माजरा क्या है। यहाँ कवि इस स्थिति की भयावहता को उजागर करता है। वह बताता है कि आग ने पूरी बस्ती को जला दिया है, लेकिन वह व्यक्ति अभी भी अपनी मूर्खता से अनजान है।
कविता का उद्देश्य
यह कविता एक सामाजिक-राजनीतिक व्यंग्य है। कवि इस कविता के माध्यम से उन लोगों की आलोचना करता है जो स्वयं समस्या का कारण बनते हैं, लेकिन फिर भी उसे हल करने के लिए दूसरों की मदद मांगते हैं। कवि इस बात पर प्रकाश डालता है कि इस तरह के लोगों की मूर्खता और स्वार्थ के कारण ही समाज में समस्याएं बढ़ती हैं।
कविता की विशेषताएं
यह कविता एक व्यंग्यात्मक कविता है। कवि ने इस कविता में एक व्यंग्यात्मक रूपरेखा का प्रयोग किया है। कवि ने इस कविता में एक ऐसी स्थिति का चित्रण किया है जो अत्यंत हास्यास्पद है। कवि ने इस कविता में इस स्थिति की व्यंग्यात्मकता को उजागर करने के लिए विभिन्न व्यंग्यात्मक उपकरणों का प्रयोग किया है।
इस कविता की एक अन्य विशेषता यह है कि कवि ने इस कविता में एक सरल और सहज भाषा का प्रयोग किया है। कवि ने इस कविता को आम लोगों की समझ में आने के लिए सरल बनाया है।