नई दिल्ली: भारत ने 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए बोली लगाने की घोषणा की है। यदि भारत की बोली सफल होती है, तो यह देश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा।
गुजरात, भारत में 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए सबसे आगे है। राज्य सरकार ने ओलंपिक की मेजबानी के लिए व्यापक तैयारी शुरू कर दी है। सरकार ने ओलंपिक के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक योजना तैयार की है।
गुजरात में ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयारी के तहत निम्नलिखित कार्य किए जा रहे हैं:
- नए खेल परिसरों का निर्माण: गुजरात सरकार नए खेल परिसरों का निर्माण कर रही है, जो ओलंपिक खेलों के लिए आवश्यक होंगे। इन परिसरों में स्टेडियम, स्विमिंग पूल, इनडोर और आउटडोर खेल सुविधाएं शामिल होंगी।
- परिवहन बुनियादी ढांचे का विकास: गुजरात सरकार राज्य के परिवहन बुनियादी ढांचे का विकास कर रही है, ताकि 2036 ओलंपिक के दौरान दर्शकों और एथलीटों को आसानी से आवाजाही करने में मदद मिल सके।
- होटल और आवास की सुविधाओं का विकास: गुजरात सरकार राज्य में होटल और आवास की सुविधाओं का विकास कर रही है, ताकि 2036 ओलंपिक के दौरान एथलीटों और दर्शकों को रहने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके।
गुजरात सरकार का मानना है कि राज्य में ओलंपिक की मेजबानी के लिए सभी आवश्यक बुनियादी ढांचा और सुविधाएं उपलब्ध हैं। सरकार का लक्ष्य 2036 ओलंपिक को एक सफल आयोजन बनाना है।
भारत में 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए गुजरात की तैयारी पर प्रतिक्रियाएं:
- भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा, “गुजरात में ओलंपिक की मेजबानी के लिए तैयारी उत्कृष्ट है। राज्य सरकार ने ओलंपिक के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक ठोस योजना तैयार की है।”
- भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा, “गुजरात में ओलंपिक की मेजबानी भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा। यह देश के खेल विकास को बढ़ावा देगा।”
- गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा, “हम भारत में 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम राज्य में ओलंपिक के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे और सुविधाओं का विकास करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।”
2036 ओलंपिक के लिए भारत की बोली 2025 में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) द्वारा घोषित की जाएगी। यदि भारत की बोली सफल होती है, तो यह देश के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी।