भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं के लिए लाइसेंस प्रक्रिया में तेजी आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत सरकार अगले सप्ताह तक स्टारलिंक को लाइसेंस देने की मंजूरी दे सकती है।
स्टारलिंक एक अमेरिकी कंपनी है जो पृथ्वी की निचली कक्षा में सैटेलाइट का उपयोग करके इंटरनेट सेवाएं प्रदान करती है। कंपनी दुनिया भर में सैटेलाइट लॉन्च कर रही है और भारत में भी अपनी सेवाएं शुरू करने के लिए उत्सुक है।
स्टारलिंक की सेवाएं उन क्षेत्रों में विशेष रूप से उपयोगी होंगी जहां पारंपरिक टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध नहीं है। कंपनी का दावा है कि उसकी सेवाएं शहरी क्षेत्रों में भी तेज और विश्वसनीय इंटरनेट प्रदान कर सकती हैं।
भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं के लिए लाइसेंस प्रक्रिया में तेजी आने से ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट पहुंच में सुधार होने की उम्मीद है। यह भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देने में मदद करेगा।
स्टारलिंक भारत में अपनी सेवाएं शुरू करने के लिए कई भारतीय कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है। कंपनी का लक्ष्य भारत में 2024 के अंत तक 10 लाख ग्राहकों को अपनी सेवाएं प्रदान करना है।