नई दिल्ली: भारत ने अपनी पहली 6G लैब की शुरुआत कर दी है। यह लैब कर्नाटक के बेंगलुरु में नोकिया द्वारा स्थापित की गई है। इस लैब का उद्घाटन दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया।
6G लैब का उद्देश्य 6G तकनीक के विकास में तेजी लाना है। 6G तकनीक वर्तमान 5G तकनीक की तुलना में बहुत तेज होगी। 6G तकनीक से इंटरनेट की गति 100 Gbps तक हो सकती है।
नोकिया के सीईओ और अध्यक्ष पेक्का लुंडमार्क ने कहा कि भारत में 6G लैब की स्थापना एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि भारत 6G तकनीक के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाने की क्षमता रखता है।
दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत को इनोवेशन हब बनाना है। उन्होंने कहा कि 6G लैब भारत को इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगी।
प्रभाव:
6G लैब की स्थापना से भारत में 6G तकनीक के विकास को तेजी मिलेगी। 6G तकनीक से भारत में इंटरनेट की गति में काफी सुधार होगा। 6G तकनीक से भारत में दूरसंचार क्षेत्र में क्रांति आएगी।
अगला कदम:
भारत सरकार ने 2024 तक 6G तकनीक के विकास का लक्ष्य रखा है। सरकार इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है।